पन्नो में समेटना मुश्किल है तुम्हें,
एक क़िताब लिख दूं क्या?
जो पूरी रात मुझे सोने नहीं देती,
वो ख्वाब लिख दूं क्या?
तुम्हें पाकर जो मिली है,
पन्नो में समेटना मुश्किल है तुम्हें,
एक क़िताब लिख दूं क्या?
जो पूरी रात मुझे सोने नहीं देती,
वो ख्वाब लिख दूं क्या?
तुम्हें पाकर जो मिली है,
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