हां मुझे पसंद है ,
वहां रहना,
जहां कहने वालों की कोई जगह ना हो ,
और समझने वालों की कोई कमी ना हो ।
जहां मेरे सपनो की अहमियत हो ,
जहां मेरे खुद को अहमियत हो ।
हां मुझे पसंद हैं,
वहां रहना ,
जहां मेरी आजादी हो ,
जहां मेरी मर्जी हो ,
जहां सांस लेने के लिए खुली हवा हो ।
जहां बरे सपने देखने का हक हो ।
हां मुझे पसंद है,
वहां रहना ,
जहां दुनिया के भीड़ ना हो ,
जहां लोगों के तीर ना हो ,
जहां नफरत का गुंजाइश ना हो,
और प्यार की फरमाइश ना हो ।
हां , मुझे पसंद है,वहां रहना।
जहां कोई बड़ा ना हो ,
कोई छोटा ना हो ।
जहां बनावटी चेहरे ना हो,
जहां सिर्फ असलियत हो ।
हां मुझे पसंद है वहां रहना ।
जहां मैं खुद से मिल पाऊं ,
जहां मैं खुद को ढूंढ पाऊं,
हां मुझे पसंद है ,वहां रहना ।
जहां सिर्फ मैं मैं रहूं।
हां मुझे पसंद है, वहां रहना।
Write a comment ...