काश ये हसीं हमेशा यूं ही बनी रहती...
लेकिन ये हसीं है जनाब, टिकती कहा है।
ये तो ईद के चांद की तरह होती है,
कभी छुपती है ,तो कभी निकलती है ।
पर ये हसीं होती बहुत खूबसूरत हैं,
जिस भी चेहरे पे आ जाए उसे चांद बना देती है ।
काश ये हसीं हमेशा यूं ही बनी रहती...
लेकिन ये हसीं है जनाब, टिकती कहा है।
ये तो ईद के चांद की तरह होती है,
कभी छुपती है ,तो कभी निकलती है ।
पर ये हसीं होती बहुत खूबसूरत हैं,
जिस भी चेहरे पे आ जाए उसे चांद बना देती है ।
Write a comment ...
Write a comment ...