तुझे हारना नही , तुझे जीतना है,
तू जीतने के लिए ही तो आया है।
तू झांक अपने मन के अंधेरे में,
किसी कोने में बुझा दीपक होगा,
तुझे वो दीपक जलाना है,
तुझे फिर से रोशनी फैलाना है।
तुझे हारना नही , तुझे जीतना है,
तू जीतने के लिए ही तो आया है।
तू झांक अपने मन के अंधेरे में,
किसी कोने में बुझा दीपक होगा,
तुझे वो दीपक जलाना है,
तुझे फिर से रोशनी फैलाना है।
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